खेत तलाई योजना 2024: वर्षा के पानी को इकठ्ठा कर सिंचाई के काम में लेने के लिए बनाई जाती है यानी खेतों में तालाब बनाने की योजना।
राजस्थान में भूजल स्तर कम होने से खेती पर सीधा असर पड़ रहा है।सिंचाई समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं चल रही हैं। इसमे से खेत तलाई एक है ।
इसके लिए राज्य सरकार ने सब्सिडी देने की व्यवस्था की है। खेत तालाब में सिंचाई के लिए वर्षा जल एकत्र किया जाता है। बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने में इसका महत्वपूर्ण उपयोग है।
खेत तलाई का न्यूनतम आकार 400 घनमीटर हो। निर्मित सुरक्षा उपरान्त सैनिक द्वारा खेत तलाई पर लोहे का सूचना बोर्ड लगाना वसुरक्षा के उपाय करने होंगे।
निर्माण पूर्ण होने की जानकारी मय बिल के कृषि कार्यालय में कृषक द्वारा देनी होगी । अनुदान राशि का भुगतान कृषक के जनाधार वाले बैंक में ही होगा।
अनुदान देय
अ.जा, अ.ज.जा, लघु एवं सिमान्त कृषकों को इकाई लागत का 70 प्रतिशत या अधिकतम 73,500/- रूपये कच्चे फार्म पौण्ड पर तथा 90 प्रतिशत या 1,35,000/- रूपये प्लास्टिक लाईनिंग फार्म पौण्ड है।
अन्य श्रेणी कृषकों को लागत का 60 प्रतिशत या अधिकतम 63,000/- रूपये कच्चे फार्म पौण्ड पर तथा 80 प्रतिशत या 1,20,000/- रूपये प्लास्टिक लाईनिंग फार्म पौण्ड पर जो भी कम हो, अनुदान देय है।
योग्यता
- कृषक के स्वयं का नाम एक स्थान पर न्यूनतम कृषि योग्य भूमि 0.3 हेक्टेयर एवं
- संयुक्त खातेदार की स्थिति में एक स्थान पर न्यूनतम भूमि 0.5 हेक्टेयर हो।
आवेदन प्रक्रिया
- कृषक स्वयं या नजदीकी ई-मित्र केन्द्र पर जाकर आवेदन करा सकेगा।
- आवेदक आवेदन पत्र ऑन-लाईन जमा किये जानें की प्राप्ति रसीद ऑन-लाईन ही प्राप्त कर सकेगा।
- आवेदन पत्र के समय आवश्यक दस्तावेज- आधार कार्ड / जनाधार कार्ड, जमाबंदी की नकल (छः माह से अधिक पुरानी नही हो)
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महत्वपूर्ण बिंदु
- आवेदन के बाद कृषि विभाग द्वारा खेत तलाई निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जाएगी।
- इसकी सूचना मोबाइल संदेश / कृषि पर्यवेक्षक के ज़रिये मिलेगी।
- खेत तलाई के निर्माण से पहले व बाद में विभाग द्वारा मौका/सत्यापन किया जाएगा।
- अनुदान राशि सीधे किसान के खाते में जमा होगी।