आइये जानते है गुलमोहर पेड़ के उपचार, देखभाल और इलाज के तरीके: गुलमोहर का पेड़ अपने लाल फूलों के लिए जाना जाता है। यह दुनिया की सबसे लोकप्रिय सजावटी पेड़ो में से एक है।
गुलमोहर के उपचार, इसके प्रचार और देखभाल के बारे में अधिक जानें।
गुलमोहर का पौधा भारत में सबसे अधिक पसंद किये जाने वाले पौधों में से एक है। अपनी जैविक लाल फूलों के लिए जाना जाने वाला गुलमोहर अपने साथ के पेड़ो से अलग है।
गुलमोहर के पेड़ को दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के सजावटी पेड़ों के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
इसके आकर्षक फूलों के कारण इसे ‘जंगल की ज्वाला‘ भी कहा जाता है। आप अपने घर बाग़ या बगीचे में गुलमोहर का पौधा भी लगा सकते हैं। यहां गुलमोहर के उपचार एवं चिकित्सा देखभाल, प्रचार-प्रसार आदि के बारे में बता रहे है।
गुलमोहर का वानस्पतिक वर्णन
गुलमोहर के पेड़ को वैज्ञानिक भाषा में ‘डेलोनिक्स रेजिया‘ के नाम से जाना जाता है। यह सुंदर फैबेसी परिवार से संबंधित है। गुलमोहर का पेड़ बहुत होता है। 40 मीटर तक पहुंचता है। इसकी घुमावदार छतरीनुमा छाया आश्रय प्रदान करती है।
गुलमोहर के फूल
गुलमोहर की पुष्प प्रकृति की विलक्षण कृति है। गर्मियों के महीनों में, गुलमोहर का पेड़ रंगीन चमक बिखेरता है। इसके फूलों पर रंगीन लाल या नारंगी फूलों के गुच्छे सजते हैं।
गुलमोहर पौधे के फूल न केवल परिदृश्य में सुंदरता को जोड़ते हैं, बल्कि मधुमक्खियों और तितलियों जैसे परागणकों को भी आकर्षित करते हैं। जिससे वे किसी भी बगीचे में एक स्वागत योग्य दृश्य बन जाते हैं।
Haryana Matrushakti Udyamita Yojana Form 2024: मातृशक्ति उद्यमिता योजना 3 लाख तक का लोन ले
गुलमोहर के फल
एक बार जब फूल मुरझा जाते हैं, तो उस पर लकड़ी जैसी बीज वाली फली पैदा होती है। इन फलों में रेशेदार रोपण बीज होते हैं।ये फलियाँ पेड़ पर एक दिलचस्प उत्पाद हैं और इन्हें सजावट या शिल्प के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
गुलमोहर के पेड़ का प्रचार कैसे करें
आइए बताते है कि आप अपना गुलमोहर का पौधा कैसे उगा सकते हैं। गुलमोहर का पौधा लगाना बहुत आसान है. गुलमोहर को बीज या ग्राफ्टिंग के माध्यम से प्रचारित किया जा सकता है।
- यदि आप बीजचुनते हैं, तो उन्हें पकी हुई फलियों से ही एकत्रित करें।
- पानी में कुछ घंटों के लिए भिगो दे ।
- फिर उन्हें अच्छे जल वाली मिट्टी के मिश्रण में रोपें।
- माटी को नर्म और गर्म रखें।
- जल्द ही आपने देखा कि छोटे-छोटे उपकरण उग रहे हैं, जो भव्य वृक्ष बनने के इच्छुक हैं
Mahila Samridhi Yojana Online From 2024: महिला समृद्धि योजना के तहत 60000 का लोन
कीट और रोग
किसी भी अन्य पौधे की तरह, गुलमोहर के पेड़ भी कीटों और बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। गुलमोहर के सामान्य कीटों में एफिड्स, माइलबग्स और स्केल कीड़े शामिल हैं। इन कीटों को कीटनाशक साबुन या नीम के तेल से नियंत्रित किया जा सकता है।
बीमारियों की स्थिति में, गुलमोहर के पेड़ या जड़ फफूंद से पीड़ित हो सकती है। अपने पेड़ को स्वस्थ रखने के लिए, अच्छा वायु संचार सुनिश्चित करें और अत्यधिक पानी देने से बचें।
पौधों के कीटों एवं रोगों का उपचार
अगर आपको अपने गुलमोहर पर कीड़े दिखाई देती है, तो चिंता न करें! ऐसे कई प्राकृतिक उपाय हैं जिनमें आप भी शामिल हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, पानी और डिश सोप का एक सामान्य मिश्रण कीड़ो को मारने में मदद कर सकते हैं।
जबकि कवकनाशी जहर या मिट्टी की जल की तैयारी में सुधार करके फंगल इंजेक्शन से जा सकते हैं। थोड़ी-बहुत देखभाल से आप अपने गुलमोहर के पेड़ को आने वाले सालो तक फल-फूल रख सकते हैं।
गुलमोहर के पेड़ का उपयोग
E Ration Card Online Download 2024: जानिए ई राशन कार्ड के फायदे
- गुलमोहर वृक्ष की लकड़ी का उपयोग या सजावटी सामान बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- गुलमोहर के फूलों और फलियों से प्राकृतिक रंग बनाया जा सकता है।
- गुलमोहर के पत्तों का उपयोग कभी-कभी पारंपरिक चिकित्सा में उनके कथित चिकित्सीय गुणों के कारण होता है।
घर पर गुलमोहर कैसे उगाएं
गुलमोहर जैसा खूबसूरत पौधा किस घर में नहीं होता? यहां घर पर गुलमोहर का पौधा उगाने के लिए आपको बस एक अच्छी रोशनी वाली जगह ढूंढनी होगी।
- अपने घर में अच्छी जल निकासी वाली, धूप वाली जगह चुनें।
- गुलमोहर के बीज या उपचार गहराई पर रोपें, यह सुनिश्चित करते हुए कि उन्हें बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिले।
- नए लगाए गए बीज को नियमित रूप से पानी दें, खासकर शुष्क मौसम के दौरान।
- एक बार स्थापित होने के बाद, पेड़ को पानी देना जारी रखना आवश्यक है, लेकिन सावधान रहें कि अधिक पानी न डालें।
- पेड़ का आकार बनाए रखने और खरपतवार को हटाने के लिए आवश्यकतानुसार जाँच करें।
- कीटों और बीमारियों पर नज़र रखें और प्राकृतिक उपचारों का उपयोग करके तुरंत उनका इलाज करें।
गुलमोहर के पेड़ की देखभाल कैसे करें
- मिट्टी की तैयारी: गुलमोहर मूल रूप से एक दिव्य पौधा है। इसमें मिट्टी से पर्याप्त मात्रा में ताप की आवश्यकता होती है। जैसे ही आप रोपने के लिए पौधे मिल जाएं, मिट्टी तैयार करना शुरू कर दें। 6.5 से 7.5 के बीच स्थान का अंतर रखे।
- जल विक्रेता: पौधे में जल निकासी की कोई समस्या न हो। जल भराव गुलमोहर की वृद्धि के लिए बहुत हानिकारक है।।
- स्थान: गुलमोहर का पौधा तेजी से बढ़ता नजर आए तो आपको पेड़ को खुली जगह पर ले जाना चाहिए।
- सूरज की रोशनी: गुलमोहर धूप वाले क्षेत्र में चमकता है। सुनिश्चित करें कि से कम से कम 6 घंटे सूर्य की रोशनी मिले।
- खाद: जब पौधा छोटा हो, तो आप हर तीन सप्ताह में जैविक खाद डाल सकते हैं।
- हवादार जगह से बचें: गुलमोहर के पौधे की जड़ें उथली होती हैं, इसलिए इसे हवा वाली जगह पर लगाने पर यह उखड़ सकता है।
- छंटाई: गुलमोहर का पेड़ तेजी से बढ़ता है, इसलिए नियमित छंटाई बहुत जरूरी है।
गुलमोहर के उपचार गर्म जलवायु में पाए जाते हैं और उन्हें प्रचुर मात्रा में धूप और अच्छी जल उत्पादकों वाली मिट्टी पसंद आती है। एक बार स्थापित होने के बाद, वे काफी गहन सहन कर लेते हैं।
लेकिन युवा युवाओं को तब तक नियमित रूप से पानी देने की आवश्यकता हो सकती है जब तक कि उनकी जड़ें अच्छी तरह से स्थापित न हो जाएं।
गुलमोहर के पौधे से रखने वाली सावधानिया
गुलमोहर के पौधे के कुछ हिस्से, जिसमें बीज और फलियाँ शामिल हैं, खाने पर ज़हरीले हो सकते हैं। पौधे को सावधानी से संभालना चाहिए। अगर आपके आस-पास पालतू जानवर या छोटे बच्चे हैं। जब तक आप सावधानी बरतते हैं और पौधे के किसी भी हिस्से को खाने से बचते हैं, तब तक आप इसकी सुंदरता का आनंद चिंता मुक्त होकर ले सकते हैं।
निष्कर्ष
गुलमोहर पौधे के बारे में यह एक व्यापक जानकारी थी। आप घर या बगीचे में इसे लगाने का सपना देख रहे हों, इस खजाने की सुंदरता और आकर्षण से इनकार नहीं किया जा सकता है। आएये गुलमोहर के पेड़ को लगाकर अपनी दुनिया को रोशन करे।