1 अप्रैल से सरकारी स्कूलों में नए नियम, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए नई बड़ी खबर: जिले में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नये शैक्षणिक सत्र में कई उपाय किये गये हैं. जिले के सभी प्राइमरी से लेकर इंटर स्कूलों में शिक्षकों की फोटो वाला बैनर लगाया जायेगा. जो शिक्षक बीपीएससी परीक्षा में सफल होकर बहाल हुए हैं.
उनके नाम के साथ बीपीएससी शिक्षक जोड़ा जायेगा. शिक्षकों की फोटो वाले बैनर में फोटो के नीचे शिक्षकों का नाम और वे किस विषय के शिक्षक हैं, इसका भी उल्लेख होगा. फोटो के साथ उसका भी जिक्र होगा.
इसका फायदा यह होगा कि छात्र और अभिभावक फोटो के आधार पर शिक्षकों की पहचान कर सकेंगे। नये सत्र में शिक्षकों की शत-प्रतिशत और बच्चों की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी. अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी.
इसका फायदा यह होगा कि छात्र और अभिभावक फोटो के आधार पर शिक्षकों की पहचान कर सकेंगे। नये सत्र में शिक्षकों की शत-प्रतिशत और बच्चों की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी. अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी.
एक घंटे की विशेष कक्षा का संचालन |
नया शैक्षणिक सत्र 2024-25 1 अप्रैल से शुरू होगा। बच्चों को स्कूल में पढ़ाई जारी रखने में मदद करने और उनकी कक्षा की आयु-संबंधित दक्षता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। वर्तमान समय में स्कूलों में बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं। उनकी दक्षता बढ़ाने के लिए एक घंटे की विशेष कक्षा संचालित की जा रही है।
शैक्षणिक सत्र के दौरान स्कूलों में पढ़ाई का माहौल बनाया जायेगा. इसके लिए समुचित तैयारी की जा रही है. जिले के सभी प्राथमिक, उच्च एवं इंटरमीडिएट विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को दक्ष बनाया जाएगा।
शिक्षकों की समय पर उपस्थिति अनिवार्य है |
विद्यालयों में पदस्थापित एवं कार्यरत सभी शिक्षकों की शत-प्रतिशत ससमय उपस्थिति अनिवार्य होगी। सभी सरकारी विद्यालयों, अनुदानित संस्कृत मदरसों, प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थापित सभी शिक्षकों की फोटोयुक्त सूची वाला बैनर स्कूलों में लगाया जायेगा. कक्षावार विषयवार रूटीन तैयार किया जाएगा। दिनचर्या को स्कूल के नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाएगा।