PPP News: हरियाणा में परिवार पहचान पत्रों में किसी प्रकार की दिक्कतों को निपटान के लिए किसी प्रकार से दूर जाकर मुख्यालयों के चक्कर काटने की जरुरत नहीं है। अब ग्राम सचिवालयों में ही दस्तावेजों से संबंधित समस्याओं को समाधान होगा।
ये ऑपरेटर ग्राम पंचायतों के सरकारी कामकाज से जुड़े दस्तावेजों को पोर्टल पर अपलोड करने के साथ-साथ परिवार पहचान पत्र व अन्य सरकारी योजनाओं से जुड़े आवेदन भी ग्राम सचिवालय में ही कराएगा। इसके लिए लोगों को चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और ग्राम सचिवालय में ही अपने आवेदन और आपत्तियाें को दर्ज करा सकेंगे।
भिवानी जिले में शुरुआत में 178 ऑपरेटरों का चयन हो चुका है, जबकि जिले में साढ़े तीन सौ से अधिक ऑपरेटर ग्राम पंचायतों को मिलेंगे। भिवानी जिले में 312 गांवों में प्रत्येक ग्राम पंचायत को अटल सेवा केंद्र ऑपरेटर मुहैया कराया जाएगा।
मानव सूचना एवं संसाधन विभाग ने दो चरण में ऑपरेटर की चयन प्रक्रिया पूरी की है। पहले फेज में भिवानी को 178 ऑपरेटर मिले हैं। जिन्हें अब ग्राम पंचायतों को ग्राम सचिव के अंतर्गत काम करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके लिए इन ऑपरेटरों को पंचायती राज विभाग के माध्यम से गांवों में तैनात किया जाएगा।
ऑपरेटर ग्राम पंचायतों के कामकाज और रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड करने के साथ-साथ ग्रामीणों के सरकारी योजनाओं से जुड़े आवेदन भी संबंधित पोर्टल पर कराएगा और परिवार पहचान पत्र से जुड़ी उलझनों को सुलझाने के लिए भी आवेदन ऑनलाइन कराएगा।
ग्राम सचिवालय में अगर ग्राम सचिव से संबंधित किसी आवेदन पर रिपोर्ट होनी है तो वह भी ऑपरेटर ही कराएगा। चयनित ऑपरेटरों को 17 मार्च तक ऑनलाइन रिपोर्ट करनी है। दरअसल क्रीड ने दो चरण में परीक्षा कराई थी। इन परीक्षाओं में सफल उम्मीदवारों का ही ऑपरेटर के लिए चयन हुआ है।
फैमिली आईडी में अधिकतर परिवारों की आय संबंधी शिकायतें
मानव सूचना एवं संसाधन विभाग के समक्ष अधिकांश शिकायतें फैमिली आईडी में परिवार की आमदनी ज्यादा होने की आ रही हैं। ऐसे परिवारों के लोग अपने आवेदन और दस्तावेज लेकर पहले सीएससी और फिर सरल केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं। इन लोगों को अब अपने गांव में ही इस तरह की समस्याओं को दर्ज कराने के लिए ग्राम सचिवालय में अटल सेवा केंद्र खुला है। जिस पर तैनात ऑपरेटर ही ये आपत्तियां और आवेदन ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज कराएगा।
क्रीड ने दो चरण में लिखित परीक्षा के माध्यम से ऑपरेटर की चयन प्रक्रिया पूरी की है। जिसके तहत अकेले भिवानी को 178 ऑपरेटर मिले हैं, जबकि जिले को करीब साढ़े तीन सौ से अधिक ऑपरेटर मिलेंगे। चयनित ऑपरेटर को 17 मार्च तक ऑनलाइन अपनी रिपोर्ट एडीसी को करनी है। जिसके बाद इन्हें ग्राम पंचायतों को पंचायती राज विभाग के माध्यम से सौंपा जाएगा। ये ऑपरेटर ग्राम पंचायतों का समस्त कामकाज सुचारू चलाने में सहयोग करेंगे और लोगों के सरकारी योजनाओं के आवेदनों के साथ परिवार पहचान पत्र से जुड़ी दिक्कतें भी दूर कराएंगे।