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Sushila Samriti and Rakesh Samriti Award 2024-25

By Brala Vijendra

Published on:

Sushila Samriti and Rakesh Samriti Award 2024-25

Sushila Samriti and Rakesh Samriti Award 2024-25: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 में परीक्षाओं के दौरान नकल रोकने में अहम भूमिका निभाने वाले अध्यापकों को सम्मानित करने की घोषणा की है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सुशीला और राकेश स्मृति पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे। बोर्ड ने इन पुरस्कारों के लिए आवेदन लिंक को फिर से खोलने का निर्णय लिया है, जिससे इच्छुक अध्यापक 27 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

पुरस्कार का विवरण 🌟

HBSE हर साल नकल उन्मूलन अभियान में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जिलास्तर पर एक पुरुष और एक महिला अध्यापक को सुशीला और राकेश स्मृति पुरस्कार से सम्मानित करता है। यह पुरस्कार परीक्षा की पवित्रता बनाए रखने और नकल को रोकने के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दिए जाते हैं।

शैक्षणिक सत्र 2022-2023 के लिए, सेकेंडरी, सीनियर सेकेंडरी और डीएलएड परीक्षाओं के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अध्यापकों को ये पुरस्कार दिए जाएंगे। चयन प्रक्रिया बोर्ड द्वारा निर्धारित मानदंडों पर आधारित होगी ताकि निष्पक्ष और योग्य अध्यापकों को सम्मानित किया जा सके।

आवेदन प्रक्रिया 📅

जो अध्यापक नकल उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं, वे HBSE की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से इन पुरस्कारों के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन लिंक 27 दिसंबर से उपलब्ध होगा और आवेदन की अंतिम तिथि 27 जनवरी है। पहले से आवेदन कर चुके अध्यापकों को फिर से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।

आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. आधिकारिक HBSE वेबसाइट www.bseh.org.in पर जाएं।
  2. सुशीला और राकेश स्मृति पुरस्कार अनुभाग में जाएं।
  3. ऑनलाइन आवेदन फॉर्म को आवश्यक विवरणों के साथ भरें।
  4. समय सीमा से पहले फॉर्म जमा करें।

निर्धारित तिथि के बाद जमा किए गए आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा, इसलिए समय पर आवेदन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पुरस्कार का महत्व 🏅

सुशीला और राकेश स्मृति पुरस्कार कई उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं:

  • प्रोत्साहन: यह अध्यापकों को परीक्षा की पवित्रता बनाए रखने में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करते हैं।
  • मान्यता: यह उन अध्यापकों को मान्यता प्रदान करते हैं जो अपने कर्तव्यों में उत्कृष्टता दिखाते हैं।
  • नैतिकता: यह परीक्षा के दौरान निष्पक्ष और ईमानदार आचरण के महत्व को रेखांकित करते हैं, जो शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता के लिए आवश्यक है।

चयन के मानदंड ✅

पुरस्कार के लिए चयन मानदंड में शामिल हैं:

  • प्रभावशीलता: नकल रोकने के उपायों को लागू करने में अध्यापक की प्रभावशीलता।
  • समर्पण: इस कार्य के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता।
  • नवाचार: नकल रोकने के लिए अपनाए गए नवाचारी उपाय।
  • सहयोग: अन्य स्टाफ और अधिकारियों के साथ सहयोग करने की क्षमता।

इन मानदंडों को पूरा करने वाले अध्यापकों का चयन उनके प्रदर्शन और योगदान के आधार पर किया जाएगा।

निष्कर्ष 📝

HBSE का नकल रोकने वाले अध्यापकों को पुरस्कृत करने का यह कदम सराहनीय है। यह न केवल उनके कठिन परिश्रम को मान्यता देता है बल्कि अन्य अध्यापकों के लिए एक मिसाल भी पेश करता है। परीक्षा की पवित्रता बनाए रखकर, ये अध्यापक सुनिश्चित करते हैं कि छात्रों को निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।

अधिक जानकारी के लिए और आवेदन करने के लिए HBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर 27 जनवरी से पहले जाएं।

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